प्लास्टिक की बोतल से बल्ब बनाया [Light from Plastic Bottles]
प्लास्टिक की बोतल से बल्ब बनाने की एक नई प्रौद्योगिकी का आविष्कार किया गया है। इस प्रौद्योगिकी के माध्यम से प्लास्टिक बोतलों को सोलार लाइट्स में परिणत किया जा सकता है, जिससे ऊर्जा की बचत होती है और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचता।
कैसे काम करता है यह प्रौद्योगिकी?
इस प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए प्लास्टिक बोतल को छोटा करके उसके भरे गए पानी के साथ सूर्य प्रकाश को घुसाया जाता है। जब सूर्य प्रकाश प्लास्टिक बोतल के भीतर घुसता है, तो बोतल के पानी के अंदर जो प्रकाश फैला होता है वह सूर्य की किरणों को ऊर्जा में परिणत कर देता है। इस तरह से प्लास्टिक बोतल से बनी बल्ब सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करती है और प्रकाश उत्पन्न करती है।
इस प्रौद्योगिकी के फायदे
- स्थायी ऊर्जा स्रोत के रूप में प्लास्टिक बोतल का उपयोग करते हुए ऊर्जा की बचत की जा सकती है।
- प्रकाश उत्पन्न करने के लिए कोई इलेक्ट्रिकल ऊर्जा की आवश्यकता नहीं है, जिससे विद्युत ऊर्जा का भी उपयोग कम होता है।
- प्लास्टिक बोतलों को पुनः उपयोग में लाने से प्लास्टिक प्रदूषण की भी कमी होती है।
इस प्रौद्योगिकी ने बिजली की महंगाई और पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ प्लास्टिक बोतलों के पुनर्चक्रण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह एक सरल और सस्ता उपाय है जो हर किसी के लिए उपयोगी हो सकता है।