मित्रता में जहां बात पैसे की बीच में आई वहीं
मित्रता में बात पैसे की बीच में आने के साथ-साथ एक असली दोस्ती की पहचान होती है। अगर हमारे दोस्त हमारी मदद करने के लिए हमारे पास नहीं है तो वे हमारे सच्चे दोस्त नहीं हैं। असली दोस्ती में पैसे की बात कहीं भी नहीं आती।
असली मित्रता का मतलब है अपनी फिक्र करना, साथी की मदद करना और उसके साथ खुशियां और दुख बाँटना। जब हमारे दोस्त की मदद की जरूरत होती है, तो हमारे पास सिर्फ पैसे से ज्यादा महत्वपूर्ण चीजें होती हैं।
अच्छे दोस्त हमारी समय, समर्थन और उन्होंने हमारे साथ समय बिताने के लिए तैयार होते हैं। असली मित्रता में दोस्ती और समर्थन सब कुछ होता है और इसमें पैसों की कोई भूमिका नहीं होती।
यहां खास बात यह है कि हमें हमारे दोस्तों के साथ समय बिताने का समय मिलता है। इस से हमारी मित्रता और भी मज़बूत हो जाती है और हमें एक अच्छा समर्थन मिलता है।
असली मित्रता में बात पैसों की कहीं भी नहीं आती है। वहां सिर्फ प्यार, समर्थन और विश्वास होता है।
Right sir 🙏
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💯 percent true sir👍